Sri Hari Stotram – with meaning in English

जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं शरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालंनभोनीलकायं दुरावारमायं सुपद्मासहायम् भजेऽहं भजेऽहं॥1॥ I bow again and again in devotion to Him (Lord Vishnu)—Who is the Protector of the cosmic web (जगज्जालपालं) (The one who sustains and safeguards the entire universe, maintaining order and harmony within the creation),Who is adorned with the moving garland upon His neck (चलत्कण्ठमालं) (Often refers
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Govind Damodar Strotram – गोविन्द दामोदर स्तोत्रम

श्री बिल्वमंगल ठाकुर द्वारा रचित यह स्तोत्र भगवान श्रीकृष्ण के बालस्वरूप की मनोहारी छवि का वर्णन करता है। इसे भक्तों के हृदय में ईश्वर के सगुण रूप के ध्यान को सरल, सजीव और साकार बनाने के उद्देश्य से रचा गया है। इसमें उस अनुपम दृश्य का चित्रण है जब भगवान श्रीकृष्ण बालरूप में वटपत्र पर
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Geet Govindam – गीत गोविन्द (गीतगोविंदम्)

परिचय गीत गोविंद एक संस्कृत महाकाव्य है, जिसे 12वीं शताब्दी के प्रसिद्ध कवि जयदेव ने रचा था। यह काव्य मुख्यतः भगवान श्रीकृष्ण और राधा के दिव्य प्रेम को समर्पित है। इस महाकाव्य में राधा-कृष्ण के प्रेम का वर्णन अत्यंत कोमल, भावपूर्ण और भक्ति से ओतप्रोत शैली में किया गया है। जयदेव, ओडिशा के रहने वाले
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